Gudi Padwa 2025: हिन्दू मान्यताओं के अनुसार गुड़ी पड़वा का पर्व हर साल हिन्दू नववर्ष यानी चैत्र महीने के पहले दिन मनाया जाता है। गुड़ी पड़वा के पर्व को उगादि भी कहते है।
इस दिन भगवन विष्णु और ब्रह्माजी की पूजा की जाती है। यह दिन फसल दिवस का भी प्रतीक है। लोग इस दिन घरों को रंगोली, फूल-माला आदि से सजाते है और तरह-तरह के पकवान बनाते है।
इस दिन भगवन राम ने बाली का वध कर बुराई पर अच्छायी की जीत की पताका लहराई थी। एक अन्य मान्यता के अनुसार इस दिन छत्रपति शिवाजी ने विदेशी घुसपैठियों को युद्ध में पराजित किया था।
गुड़ी पड़वा का पर्व खासकर महाराष्ट्र राज्य में मनाया जाता है। वैसे तो तेलंगाना, कर्नाटक, मणिपुर समेत कई राज्यों में इस पर्व को मनाया जाता है लेकिन हर राज्य में इसे अलग-अलग नाम से जानते है जैसे कि तेलंगाना में गुड़ी पड़वा के पर्व को उगादी, कर्नाटक में युगादी, मणिपुर में सजिबु नोंगमा पानबा, कश्मीर में नवरेग, गोवा और केरल राज्य में गुड़ी पड़वा को संवत्सर पड़वो और वही सिंधि समुदाय से जुड़े लोग गुड़ी पड़वा के पर्वों को चेती चंड कहते है। लेकिन सभी का मतलब एक ही होता है।
तो चलिए जानते है कि साल 2025 में गुड़ी पड़वा कब है (Gudi Padwa 2025 kab hai) और गुड़ी पड़वा का शुभ मुहूर्त (Gudi Padwa 2025 shubh muhurat) क्या है :-
गुड़ी पड़वा 2025 कब है (Gudi Padwa 2025 date and time)
तारीख | 30 मार्च 2025 |
दिन | रविवार |
प्रतिपदा तिथि शुरू | 29 मार्च 2025 को 04:27 PM बजे |
प्रतिपदा तिथि समाप्त | 30 मार्च 2025 को 12:49 PM बजे |
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